खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए खुशखबरी! 3 जून को आकाश में एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।
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Toggleग्रहों का महा-संगम होगा, जब सौरमंडल के 6 ग्रह – बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि और बृहस्पति – एक साथ एक सीधी रेखा में नजर आएंगे।
यह घटना 54 सालों बाद दोबारा हो रही है, इसलिए इसे खगोल विज्ञान की दुनिया में एक महत्वपूर्ण घटना माना जा रहा है।
कहां और कब देखें?
यह ग्रहों का महा-संगम पूर्वी क्षितिज पर सूर्योदय से पहले दिखाई देगा।
भारत में इसे पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश और मेघालय के कुछ हिस्सों में सबसे स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।
सुबह 4:30 बजे से 5:30 बजे के बीच यह नजारा सबसे शानदार होगा।
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कैसे देखें?
यह ग्रहों का महा-संगम नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है।
हालांकि, दूरबीन या टेलीस्कोप का इस्तेमाल करके आप ग्रहों को और भी स्पष्ट रूप से देख सकते हैं।
क्यों है खास?
यह घटना इसलिए खास है क्योंकि यह 54 सालों बाद दोबारा हो रही है।
पिछली बार यह नजारा 1970 में देखा गया था। अगली बार यह 2040 में दिखाई देगा।
क्या है वैज्ञानिक महत्व?
इस ग्रहों के महा-संगम का वैज्ञानिक महत्व भी है। खगोलशास्त्री इस घटना का अध्ययन करके सौरमंडल के बारे में नई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
तो, 3 जून को सुबह जल्दी उठें और पूर्वी क्षितिज की ओर नज़रें दौड़ाएं।
आप सौरमंडल के 6 ग्रहों को एक साथ एक सीधी रेखा में चमकते हुए देख पाएंगे। यह एक अद्भुत अनुभव होगा जो आपको जीवन भर याद रहेगा!