वैष्णो देवी आतंकी हमला: 9 जून, 2024, रविवार को जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा वैष्णो देवी मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं को ले जा रही एक बस पर हमला कर दिया गया.
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Toggleइस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
बताया जा रहा है कि यह बस प्रसिद्ध हिंदू मंदिर के आधार शिविर की ओर जा रही थी, तभी उस पर इलाके के रियासी जिले में गोलियां चल गईं.
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वैष्णो देवी आतंकी हमला कैसे हुआ:
सुबह 6:30 बजे के आसपास, आतंकवादियों ने रियासी जिले के डोंगी गांव के पास बस पर गोलियां बरसाईं.
इस बस में सवार 50 से अधिक तीर्थयात्री थे. हमले के बाद आतंकवादी मौके से फरार हो गए.
अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
हालांकि, पुलिस का मानना है कि यह हमला लश्कर-ए-तैयबा या उसके किसी सहयोगी संगठन ने किया होगा.
वैष्णो देवी हमले के बारे मे प्रतिक्रियाएं और निंदा
इस हमले की भारत भर के राजनीतिक नेताओं और धार्मिक हस्तियों ने व्यापक रूप से निंदा की है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अपराधियों को सजा दिलाने का वादा किया.
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी हमले की निंदा की और गहन जांच के आदेश दिए.
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वैष्णो देवी तीर्थयात्रा पर प्रभाव
इस हमले से श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई है और कई लोगों ने वैष्णो देवी मंदिर जाने की अपनी योजना रद्द कर दी है.
इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और तीर्थयात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है.
जम्मू और कश्मीर पुलिस हमले की जांच कर रही है और हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है.
उन्होंने जनता से अपील भी की है कि वे कोई भी जानकारी दें जो जांच में मददगार हो सके.
निष्कर्ष
वैष्णो देवी हमले ने एक बार फिर जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया है.
भारत सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का वादा किया है.
कृपया ध्यान दें कि यह वैष्णो देवी हमलों पर नवीनतम समाचारों का केवल एक सारांश है.