2 मई 2024 को, इंडोनेशिया में कई ज्वालामुखी फटे हैं, जिसके कारण भारी मात्रा में राख और धुएं का उत्सर्जन हुआ है।
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Toggleइन विस्फोटों से आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही मची है और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।
विस्फोट प्रभावित क्षेत्र इस तरह से है
- मेरापी: ज्वालामुखी ने 2 मई को सुबह 7:30 बजे भारी मात्रा में राख और धुएं का उत्सर्जन किया। आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हुई और कई गांवों में बाढ़ आ गई।
- सेमेरु: ज्वालामुखी ने 1 मई को शाम 6:00 बजे राख और धुएं का उत्सर्जन किया। आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और कई घरों को क्षति पहुंची।
- Krakatau: ज्वालामुखी ने 30 अप्रैल को रात 10:00 बजे राख और धुएं का उत्सर्जन किया। आसपास के क्षेत्रों में हवाई यातायात बाधित हो गया है और कई उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
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इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट मे सरकारी प्रतिक्रिया
इंडोनेशियाई आपदा प्रबंधन एजेंसी (BNPB) ने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को शुरू कर दिया है।
हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और उन्हें भोजन, पानी और आश्रय प्रदान किया जा रहा है।
इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट मे अंतरराष्ट्रीय सहायता
कई देशों ने इंडोनेशिया को सहायता प्रदान करने की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन भी प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान कर रहे हैं।
इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट का प्रभाव
ज्वालामुखी विस्फोटों से आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है और कई लोग घायल हुए हैं।
विस्फोटों से फसलों को भी नुकसान हुआ है और पर्यटन उद्योग पर भी इसका असर पड़ा है।
ज्वालामुखी विस्फोटों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:
- इंडोनेशिया “रिंग ऑफ फायर” में स्थित है, जो ज्वालामुखी और भूकंप गतिविधि का एक सक्रिय क्षेत्र है।
- इंडोनेशिया में 147 से अधिक सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
- ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान भारी मात्रा में राख और धुएं का उत्सर्जन होता है, जो हवा की गुणवत्ता को खराब कर सकता है और सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकता है।
- ज्वालामुखी विस्फोट से भूकंप, बाढ़ और सुनामी भी आ सकती है।