अटलांटिक महासागर का रहस्य | Atlantic Mahasagar
वैसे तो हमारे पृथ्वी में पाँच महासागर मौजूद है जिनका नाम प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, दक्षिणी महासागर, आर्कटिक महासागर एवं हिन्द महासागर हैं। आज हम जानेंगे दुनिया के दूसरे सबसे बड़े महासागर अटलांटिक महासागर के बारे में।
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Toggleऐसा माना जाता है कि इसका नाम यूनानी देवता एटलस के नाम पर अटलांटिक महासागर पड़ा है जिसे अंध महासागर के नाम से भी जाना जाता है।
अगर हम पूरी पृथ्वी की बात करें तो पृथ्वी का एक बहुत बड़ा भाग जल से घिरा हुआ है जिसमें ना जाने कितनी ही नदियां, झीलें, तालाब एवं समुंद्र सम्मिलित है।
यदि हम नदियाँ, तालाब, झील इत्यादि को छोड़ दें तो पृथ्वी का कुल जलाशय आपस में जुड़ी हुई है जिसे विश्व महासागर कहा जाता है।
क्या आपको पता है हम इंसान धरती के केवल 1/3 हिस्से में ही रहते हैं और बाकी का पूरा पृथ्वी जल से घिरा हुआ है जिसमें केवल पानी ही पानी यानि की महासागर है।
पूरे सौरमंडल में हमारी पृथ्वी ही एक ऐसी ग्रह है जहाँ पर महासागर मौजूद है जो पूरे पृथ्वी का लगभग 1% भाग में फैला हुआ है। वैसे तो आप जानते ही होंगे हमारे पृथ्वी में पाँच महासागर मौजूद हैं।
जैसा की मैंने आपको पहले बताया जिसमें से अटलांटिक महासागर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा एवं गहरा महासागर है । अटलांटिक महासागर जो पुरे पृथ्वी के 25 परसेंट सरफेस में फैला हुआ है।
यह महासागर जुरासिक पीरियड के दौरान ही निर्मित हुआ था और इसका आकार अंग्रेजी का एक अक्षर ईट के तरह दिखाई देता है। पहले यह माना जाता था कि यह महासागर में बहुत सी दुर्घटनाएं होती हैं।
और यह महासागर लोगों के बीच भय पैदा करता है। जिस वजह से इस महासागर को सी ऑफ डार्कनेस यानि की अंध महासागर के नाम से भी जाना जाता है और यह महासागर प्रशांत महासागर के आधे हिस्से से थोड़ा सा ही ज्यादा है।
अटलांटिक महासागर द्वीपसमूह
अटलांटिक महासागर में पांच महाद्वीप मौजूद हैं एशिया, यूरोप, अफ्रीका, नॉर्थ अमरीका और साउथ अमरीका और साथ ही 133 कंट्रीज और टेरिटरी इस महासागर की सीमाओं को बनाती हैं।
नॉर्थ में यह महासागर आर्कटिक महासागर से मिलता है तो वहीं साउथ में अंटार्कटिका महासागर से मिलता है।
अटलांटिक महासागर का सबसे गहरा गर्त
अगर इसकी लंबाई की बात की जाए तो उत्तर में बेरिंग जलडमरू के मध्य से लेकर दक्षिण में कोस्टा लैंड तक इसकी लंबाई 20,496 किलोमीटर है।
अगर गहराई की बात की जाए तो अटलांटिक महासागर का औसतन गहराई तीन हज़ार 924 मीटर है। वहीं इसकी अधिकतम गहराई आठ हज़ार 486 मीटर है। वैसे तो इस महासागर में 19 गर्त मौजूद हैं।
अटलांटिक महासागर का सबसे गहरा गर्त द प्यूर्टो रिको ट्रेंच है जो कि अटलांटिक महासागर के उत्तर में स्थित है, जिसकी गहराई 920 मीटर है और लंबाई 800 किलोमीटर है जो कि विश्व में प्रशांत महासागर में स्थित मारियाना ट्रेंच के बाद दुनिया का दूसरा सबसे गहरा गर्त है।
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अटलांटिक महासागर में पाई जाने वाली मछलियां
अटलांटिक महासागर में दुनिया के सभी महासागरों की तुलना में सबसे अधिक मात्रा में मछलियां की प्रजाति पाई जाती हैं, जिनमें से डॉल्फिन से लेकर सीट टाइटल्स तक बहुत सारे एनिमल यहां पाए जाते हैं, जैसे कि सील, लायन, हैंडबुक, व्हेल, स्टारफिश, कैटफिश, पेंग्विन और ढेर सारे शार्क की स्पेसीज यहां पाई जाती हैं।
यहां तक कि पूरी दुनिया में केवल प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर में पाई जाने वाली तारपोलिन मछली, जो बेहद खतरनाक होती है, जो केवल इन दोनों महासागर में ही पाई जाती है।
दोस्तो आपको यह भी बताता चलूँ आइसलैण्डर विश्व का एकमात्र ऐसा व्यक्ति हैं जिन्होंने अटलांटिक महासागर को क्रॉस कर नॉर्थ अमेरिका की जमीन में पहला कदम रखा था।
इस महासागर में एक अंडरवाटर माउंटेन रेंज भी है जोकि मिड अटलांटिक रीच के नाम से जाना जाता है। यह रिज एडिस माउंटेन रिज से दोगुना चौड़ा है और आइसलैंड से लगभग 1000 मील दक्षिण तक फैली हुई है।
अटलांटिक महासागर में स्थित आइलैंड
अटलांटिक महासागर में बहुत सारे आइलैंड भी हैं जिनमें से कुछ के नाम तो बहुत ही फेमस हैं जिसने आपने जरूर सुना होगा जैसे कि बहामास, कैनरा आइलैंड, जॉर्ज और ग्रीनलैंड।
आपको यह भी बताता चलूं ग्रीनलैंड के अटलांटिक महासागर का ही नहीं बल्कि पूरे पृथ्वी का लार्जेस्ट आइलैंड है। जबकि विश्व का दूसरा सबसे बड़ा आइलैंड पपुआ न्यू गिनी है जो कि प्रशांत महासागर में स्थित है।
इस महासागर का पानी इक्वेटर से नजदीक जाते जाते 28 डिग्री सेंटीग्रेड तक गर्म हो जाता है तो वहीं पोलर रेंज के निकट इसका टेम्परेचर -दो डिग्री तक पहुंच जाता है। अटलांटिक महासागर में दो खास जलमार्ग स्पेन और मोरक्को हैं जो कि जिब्राल्टर जलडमरू मध्य और तुर्की में पोरस है।
अटलांटिक महासागर के कुछ बड़े सी पोर्ट में नीदरलैंड का रोटा डैम, जर्मनी का हैमबर्ग, यूएसए का न्यू यॉर्क, अर्जेंटीना का विलो एडी और पनामा का कोलोन शामिल है। इस महासागर के किनारे कुछ बड़े शहर भी स्थित हैं।
जैसे कि यूएसए का माया मि, ब्राजील का साओ पोलो, साउथ अफ्रीका का केप टाउन, यूके का लंडन और आइसलैंड का रेक्जाविक शहर जैसे कुछ विख्यात शहर स्थित हैं।
अटलांटिक महासागर को एक प्यासा महासागर क्यो कहा जाता है?
दोस्तो आपको यह भी बताता चलूँ इस महासागर को एक प्यासा महासागर भी कहा जाता है क्योंकि इस महासागर में दुनिया के कुछ सबसे बड़े नदियाँ जैसे कि एमेजॉन रिवर, मिसीसिपी, कांगो और नाइजर जैसी ही कुछ बड़ी नदियों को अपने अंदर समा लेती है। जिस वजह से इस महासागर को एक प्यासा महासागर भी कहा जाता है।
साथ ही अटलांटिक महासागर में किसी अन्य महासागर की तुलना में सबसे ज्यादा ज्वार आती है। यानि कि इस महासागर में तकरीबन 50 फीट तक ऊंची ऊंची लहरें उठती हैं। दोस्तो आपकी जानकारी के लिए यह भी बताता चलूँ।
पश्चिमी उत्तरी अटलांटिक महासागर में एक ऐसी जगह है जहाँ पर बड़े बड़े आइसबर्ग यानि की बर्फ की विशाल चट्टानें हैं।
दोस्तो, 15 अप्रेल 1912 को दुनिया का सबसे बड़ा आलीशान जहाज आईएनएस टाइटैनिक इसी हिस्से में एक विशाल हिमखंड से टकराकर ढाई घंटे के बाद डूब गया था।
क्या अटलांटिक महासागर में एक ऐसी जगह है जिसका नाम बरमूडा ट्रायंगल है?
हा अटलांटिक महासागर में एक ऐसी जगह है जिसका नाम बरमूडा ट्रायंगल है या बरमूडा त्रिभुज कहा जाता है और यह त्रिकोण उत्तरी पश्चिमी महासागर के क्षेत्र में स्थित है जिसके रहस्यों से आज तक कोई पर्दा नहीं उठा पाया है।
इस विशाल ट्राएंगल के एरिया के अंदर आते ही जल जहाज एवं हवाई जहाज ऑटोमेटिकली समुद्र में विलीन हो जाती है।
ना जाने अभी तक कई सारे जहाजों को यह ट्रैंगल अपने अंदर निगल लिया है। तो दोस्तों आशा करता हूँ कि यह जानकारी आपको पसंद आई होगी।
आपको हमारी जानकारी पसंद आई? तो हमारे अन्य ब्लॉग भी पढ़िए। दोस्तों मेरा नाम है Shubham और मे एक Geologist हु में आपके लिए Gyan Ki Baatein वेबसाइट पर ऐसी ही और भी जानकारी देता रहूँगा । धन्यवाद।
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